Wednesday, June 2, 2010

मां तूझे सलाम

सुरमाओं की धरा हिंदुस्तान के सैनिक जहां सरहदों पर दुश्मन के छक्के छुड़वाते हैं, वहीं उनके होनहार नन्हे-मुन्ने सपूत भी किसी से कम नहीं  है। वे यदा-कदा मौका मिलने पर खुद की काबलियत को पेश कर ही देते हैं। ऐसा ही एक सुनहरा व रंगारंग मौका उन्हें राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में स्थित साधुवाली सैन्य छावनी में मिला। बस, फिर क्या था.........यहां इन लाडलों ने ऐसा रंग जमाया कि देखने वालों ने दांतो तले अंगूली दबा ली। निश्चित ही उन्होंने सरहद पर सीना तान खड़े अपने रणबांकुरे पिता को गौरवांवित कर दिया।
कार्यक्रम का आयोजन राजस्थान की स्पेशल 13 गर्नेडियर गंगा जैसलमेर की ओर से किया गया। जिसमें सैन्य कर्मियों के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने धूम मचा दी। यहां प्रस्तुत राजस्थानी झांकी को हर कोई निहारने पर मजबूर हो गया। फिर वो चाहे चरखा चलाती सोहणी मुटियार हो या ऊंट पर बैठा गबरू, या फिर चूल्हे पर खाना बनाती गजबण नार या चौपाल में हथाई करते बुजुर्गवार। इस पर राजस्थानी परिधान में सजे सैन्य कर्मियों ने चंग के थापों से राजस्थानी खुशबू का अहसास बखूबी दिलाया। इन्हीं दिलकश नजारों को देखिए कैमरे की नजरों से .....