Friday, October 26, 2012

बजेगी थाली, मनेगा जन्मदिन
बेटियों को बचाने को लेकर अनूठा प्रयास, स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया ‘‘पधारो म्हारी लाडो’’ जागरूकता महाअभियान  
बाडमेर। राजस्थान के सुदूर सीमावर्ती क्षेत्र में बसा बाडमेर जिला इन दिनों बेटियों को बचाने के लिए चलाई गई मुहिम को लेकर खासा चर्चा में है। जिले में कहीं बेटी का जन्म दिन मनाया जा रहा है तो कहीं बेटियों के जन्म पर थाली बजाई जा रही है। यही नहीं कार्यक्रमों का आयोजन कर उन्हें उपहार भी भेंट किए जा रहे हैं। सुकून भरा और सकारात्मक तथ्य यह है कि मुहिम सरकारी विभाग द्वारा शुरू की गई है, जो बेहद चर्चा में है। दरअसल, राजस्थान के इस जिले में लिगांनुपात की स्थिति काफी दयनीय है। यहां 0 से छह वर्ष आयु तक के आंकड़ों में 1000 लड़कों पर केवल 899 लड़कियां है। शायद यही वजह रही कि स्वास्थ्य विभाग को ‘‘पधारो म्हारी लाडो’’ अभियान की शुरूआत करनी पड़ी। हालांकि विभाग ने कन्या भू्रण हत्या के साथ ही बेटे-बेटियों के बीच किए जा रहे भेदभाव को लेकर भी अलख जगाई है।
अभियान को लेकर यहां की जिला प्रमुख मदनकौर बताती हैं कि ‘‘पधारो म्हारी लाडो’’ एक अनूठा व अभिनव प्रयास है, जिसके जरिए हम समाज को झकझोर सकते हैं। हम कन्या भू्रण हत्या पर अंकुश लगाने के साथ ही लिंग आधारित भेदभाव को कम कर सकते हैं। वे बताती हैं कि एक वर्षीय इस मुहिम की शुरूआत शहर के एक आंगनबाड़ी केंद्र के साथ ही जिले की तहसील बायतु के एक गांव खानजी का तला से की गई। पहले दिन जहां अनेक बच्चियों के जन्मदिवस पर केक काटकर खुशी मनाई गई, वहीं एक बच्ची के जन्म पर थाली भी बजाई गई। वे कहती हैं कि वर्तमान समाज में बेटियों को लेकर अब भी भेदभाव किया जाता है। बेटे का जन्मदिन मनाया जाता है, बेटे के जन्म पर थाली बजती है और उन्हें अच्छी तालीम भी मिलती है, लेकिन बेटी को इन सब खुशियों से वंचित रखा जाता है। यही वजह है कि इस मुहिम की जरूरत आन पड़ी। इसी तरह यहां के युवा प्रधान (पंचायत समिति, चैहटन) शमा बानो कहती हैं कि जब तक हम ऐसे अभियान नियमित रूप से नहीं चलाएंगे, जब तक जनजागृति पैदा नहीं करेंगे बेटियां यूं ही कम होती जाएंगी। वे आए दिन झाडि़यों, सड़कों और गटर में मिलने वाले कन्या भू्रण से आहत होते हुए कहती हैं कि ये सभ्य समाज की तस्वीर नहीं है और हमें इस कुकृत्य को हर हाल में मिटाना होगा।
बेटियों की हुई मनुहार
शहर के आंगनबाड़ी केंद्र नंबर 20 पर आयोजित समारोह में राधिका, पूनम, भूमिका और मानसी का जन्मदिवस मनाया गया। सभी बालिकाओं को शिक्षण सामग्री उपहार स्वरूप प्रदान की और अन्य बच्चों को टाॅफियां वितरण की गई। इसी तरह बायतु तहसील के खानजी का तला गांव में सलमा व भानूप्रिया का जन्मदिन मनाकर उन्हें शिक्षण सामग्री दी गई। तीन माह तक की बच्चियों दुर्गा, बबली, भगवती, मीरां, गंगा, बरजू एवं अचली को स्वास्थ्य सुरक्षा सामग्री प्रदान की गई।
एक वर्ष चलेगा अभियान
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अनुभाग द्वारा शुरू किए गए इस अभियान में सुप्रसिद्ध कंपनी केयर्न इंडिया सहित गैर सरकारी संगठन स्माईल फाउंडेशन व हेल्पेज इंडिया भी सहयोग कर रहे हैं। विभाग के जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई बताते हैं कि अभियान नियमित रूप से एक वर्ष तक चलेगा। जिले में तीन माह की बेटियों को स्वास्थ्य सामग्री और एक से तीन वर्ष तक की बच्चियों को शिक्षण सामग्री दी जाएगी। प्रत्येक माह कार्यक्रम आयोजित कर आमजन में जागरूकता पैदा की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चियों का जन्मदिन मनाया जाएगा। इसके अलावा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्ची के जन्म पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता अथवा आशा सहयोगिनी के जरिए थाली बजाई जाए।


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2 comments:

  1. इस जागरण से जुड़े सभी लोगों को साधुवाद. मुझे पक्‍का वि‍श्‍वास है कि‍ हमारे समाज से इस प्रकार की कुरीति‍यां/प्रवृत्‍ति‍यां अवश्‍य पराजि‍त होगीं

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