पत्थर की मूरतों को समझा सबने खुदा है, मेरे लिए वतन का हर जर्ऱा देवता है।
exceelent creation ye pankti padhke bhi nahi jage to ye kabhi nahi jaag sakte .
वजा फरमाया आपने ।
बेचने की गुंजाइश रही कहां, बेच चुके हैं. जो थोड़ा सा बाकी है उसे जरूर बेच देंगे.
exceelent creation
ReplyDeleteye pankti padhke bhi nahi jage to ye kabhi nahi jaag sakte .
वजा फरमाया आपने ।
ReplyDeleteबेचने की गुंजाइश रही कहां, बेच चुके हैं. जो थोड़ा सा बाकी है उसे जरूर बेच देंगे.
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